मातृभाषा द्वारा सावन पर आयोजित कविता प्रतियोगिता में साधना छिरोल्या विजेता

1 0
Read Time1 Minute, 45 Second

इंदौर। सावन माह के उपलक्ष्य में मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा कविता लेखन प्रतियोगिता आयोजित को गई जिसमें दमोह की लेखिका साधना छिरोल्या विजेता बनी।

मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘उक्त प्रतियोगिता डिजिटल स्वरूप में आयोजित की गई थी, कई रचनाकारों ने कविताएँ भेजी थीं, जिसमें से श्रीमती छिरोल्या की कविता ‘वीर आना रक्षाबंधन पर’ को चयन मण्डल ने चयनित किया। श्रीमती छिरोल्या को उपहार व डिजीटल प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।’

प्रतियोगिता में ऋचा दिनेश तिवारी, देवास, उर्मिला मेहता, इन्दौर, मणिमाला शर्मा, इन्दौर, प्रेम मङ्गल, इन्दौर, डॉ. छगनलाल गर्ग, सिरोही, डॉ. योगिता सिंह, कानपुर, यशोधरा भटनागर, देवास, अनिता दीपक, इन्दौर, सीता गुप्ता, दुर्ग, रश्मिता शर्मा, इन्दौर, रमेशचन्द्र शर्मा, इन्दौर, मधु सोनी ‘मधुकुंज’, अलीराजपुर और नीतेश उपाध्याय, दमोह ने भी सहभागिता करके सराहनीय प्रयास किया।

सह-संपादक शिखा जैन, भावना शर्मा सहित मातृभाषा उन्नयन संस्थान के पदाधिकारियों ने विजेता साधना छिरोल्या व सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ प्रेषित की।

matruadmin

Next Post

कविता - तू तो मैं में, मैं में तू तू

Sat Jul 15 , 2023
जब से तेरी लगन लगी है कुछ भी और नहीं भाता। भाना तो अब दूर जगत से टूट गया झूठा नाता।। रोम – रोम में हुलक मारती पुलक न जाने क्या कर दे। एक झलक की चाह लिए यह ललक न जाने क्या कर दे।। जब – जब मैं तुझमें […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।