अविनाश अग्निहोत्री के लघुकथा संग्रह का विमोचन हुआ

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संवेदनशील रचनाओं का संग्रह है अंतर की पीर

इंदौर। युवा लघुकथाकार अविनाश अग्निहोत्री की पहली कृति लघुकथा संग्रह अंतर की पीर का विमोचन डाॅ. एस. एन. तिवारी स्मृति समिति द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में हुआ। विमोचन के वक्त मंच पर वरिष्ठ साहित्यकार श्री शरद पगारे, श्री हरेराम वाजपेयी, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत और कला अकादमी, मप्र के निदेशक श्री जयंत भिसे, वीणा के संपादक श्री राकेश शर्मा, इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री अरविंद तिवारी, विचार प्रवाह साहित्य मंच की अध्यक्ष श्रीमती सुषमा दुबे और मातृभाषा उन्नयन संस्थान के अध्यक्ष डाॅ. अर्पण जैन की बतौर अतिथि मौजूदगी रही। पुस्तक पर चर्चा करते हुए वरिष्ठ पत्रकार और लेखक श्री मुकेश तिवारी ने कहा कि संवेदनशील और भावपूर्ण रचनाओं का संग्रह है अंतर की पीर। किसी भी रचनाकार की जब पहली पुस्तक प्रकाशित और विमोचित होती है तो उसे प्रोत्साहन देना बहुत जरूरी होता है ताकि वह आगे और अच्छा लिखता रहे, अपनी कलम के माध्यम से साहित्य के क्षेत्र में योगदान देता रहे। समारोह में वरिष्ठ लघुकथाकार श्री सूर्यकान्त नागर, डाॅ. योगेंन्द्रनाथ शुक्ल, श्री देवेन्द्र सिंह सिसौदिया की भी मौजूदगी रही। संचालन डाॅ. अमृता अवस्थी ने किया।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।