साहित्यकार अनिता मंदिलवार “सपना” को मिला नेशनल गोल्डन आर्टिस्ट अवार्ड 2020

0 0
Read Time2 Minute, 11 Second

साहित्यकार अनिता मंदिलवार सपना अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ को पद्म विभूषण नंदलाल बोस नेशनल गोल्डन आर्टिस्ट अवार्ड 2020* से स्वदेश संस्थान के सौजन्य से सम्मानित किया गया । यह अवार्ड उत्कृष्ट रचना के लिए प्रदान किया गया है ।
अनिता मंदिलवार सपना की इसके पहले लगभग दो सौ साझा संग्रह और दस एकल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । साहित्यिक योगदान के लिए इन्हें पहले भी बहुत बार सम्मानित किया गया है । इसके पहले लगभग पाँच सौ से अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं । वर्तमान में वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं।
वह सम्मानित करने के लिए संस्थान को ह्रदय से आभार व्यक्त करती है । साहित्यिक संस्थानों में कलम की सुगंध छत्तीसगढ़ प्रांताध्यक्ष, राष्ट्रीय सखी साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ की प्रांताउपाध्यक्ष, व्यंग्यम साहित्यिक समिति की अध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था महिला काव्य मंच सरगुजा जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था शब्दाक्षर की सरगुजा जिलाध्यक्ष, स्वदेश संस्थान की सरगुजा प्रभारी,यूथ वर्ल्ड की राष्ट्रीय इकाई की सदस्य, हिन्दी साहित्य भारती सरगुजा की संयुक्त मंत्री, आगमन साहित्यिक संस्था की प्रदेश सांस्कृतिक सचिव के पद के साथ सौ से अधिक साहित्यिक संस्थानों में साहित्यिक सेवाएं प्रदान कर रही हैं ।

matruadmin

Next Post

उर्दू साहित्य और समाज

Thu Dec 17 , 2020
साहित्य मानवीय अभिव्यक्ति की एक उत्कृष्ट कृति है। साहित्य जो पीड़ितों की पीड़ा और समस्याओं को हल करने के लिए समाज में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करता है। ऐसे रचनात्मक साहित्य का प्रवाह आज कम हो गया है। जब तक प्रगतिशील आंदोलन अपने मजबूत सार में था, साहित्य और जीवन […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।