आ भी जाओ मां

0 0
Read Time1 Minute, 38 Second

ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
बेटी तेरी पुकारे, कब से खड़ी है द्वारे।
आ जाओ मां….
हैं आंखों में अंगारे , जग ने दिए सारे।
कुछ घाव हैं गहरे,अपनों ने किए सारे।
दर्द मिटाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
बेटी तेरी पुकारे, कब से खड़ी है द्वारे।
आ जाओ मां…..
बड़ी उलझन हूं मैं मां,कुछ आए नजर भी ना।
कहां जाऊं किधर जाऊं, समझ आए कुछ भी ना।
मुझे राह दिखाओ मां, अब आ भी जाओ मां।
ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
बेटी तेरी पुकारे, कब से खड़ी है द्वारे।
आ जाओ मां……
खून के आंसू रोई मां , सदियों से ना सोई मां।
अपने आंचल की छाया में,मुझको सुलाओ ना।
मुझे लोरी सुनाओ मां,अब आ भी जाओ मां।
ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
बेटी तेरी पुकारे, कब से खड़ी है द्वारे।
अा जाओ मां……
कोई धीरज ना बंधाए, जरा भी चैन आए ना।
बहुत थक चुकी हूं मां, सोना चाहूं अब मैं मां।
हाथ सिर पे फिराओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां।
बेटी तेरी पुकारे,कब से खड़ी है द्वारे।
आ जाओ मां……..

रचना
सपना (स०अ०)
प्रा० वि ० उजीतीपुर
जनपद औरैया।

matruadmin

Next Post

बैजनाथ चालीसा

Sat Oct 17 , 2020
आगर के उत्तर बसे,बैजनाथ भगवान। मनोकाम पूरण करें, सदा संवारे काम।। ऊपर मंगलनाथ है,खेड़ापति के पास।। मोपे किरपा कीजिये,एक तुम्हारी आस।। रत्ना मोती सुंदर सागर। धन्य भूमी है माता आगर।।१ मध्यदेश की थी रजधानी। नवम सदी इतिहास बखानी।।२ अचलेश्वर मां तुला भवानी। भेरु केवड़ सबके स्वामी।।३ जय जय बैजनाथ भगवाना। […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।