
जिस देश में हमने जन्म लिया,
उस देश पर बलिदान हो जाए।
जो है निर्बल असहाय गरीब,
उनको तारे हम खुद तर जाए।।
निज आन मान मर्यादा का,
प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे।
अपने भारत के साथ साथ
सारे विश्व का कल्याण करे।।
जो हमें धमकाए उसे हम धमकाए
उसके सीने पर हम वार करे,
जो गोली चलाए छिप छिप कर,
उस पर तोपो से हम वार करे।।
जो आंखे दिखाए हमको अपनी
उसकी आंखे निकाल बाहर करे।
जो छिप छिप कर हमला करे,
उसके हमले को हम नाकाम करे।।
हम शान्ति के सदा है पुजारी,
पर उसका मतलब ये तो नहीं
जो करे हम पर आक्रमण,
उसका ज़बाब दे न हम नहीं
ये है वीर शिवाजी का भारत,
यहां गांधी सुभाष ने जन्म लिया।
विदेशी मुगलों व अंग्रेजो को ही,
हमने ही भारत से बाहर किया।।
ये शक्तिशाली है देश मेरा अपना
पर करते किसी का अपमान नहीं।
जो करते है मेरे देश का अपमान,
उनका यहां रहने का कोई स्थान नहीं।।
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम