आओ भारत को आत्मनिर्भर बनाए

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आओ भारत को आत्मनिर्भर बनाए,
हर दृष्टि से इसे शक्तिशाली बनाए,
जों इसके विकास में रोड़ा अटकाए,
उसे हर तरीके से हम उसे समझाए।

आओ भारत को ऐसा देश बनाए,
सुंदर,सजग,सशक्त व सरल बनाए,
जो देखे इस देश को कुदृष्टि से,
उसको सब मिलकर दृष्टिहीन बनाए।

आओ हिंदी को सबकी भाषा बनाए,
इसे बोलचाल की हम भाषा बनाए,
जिनको नहीं आती हो हिंदी भाषा,
उनको हम हिंदी भाषा सिखलाए।

आओ भारत को कोरोना मुक्त बनाए,
इसकी वैक्सीन हम जल्द ही बनाए,
जो करे देश के नियमो का उल्लघन,
उस पर हम सब भारी दण्ड लगाए।

चीन पाक को कभी मित्र न बनाएं,
उनसे हम सब मिलकर दूरी बनाए,
उनके झांसे में हम कभी न आए,
उनकी हरकतों पर निगाह बनाए।।

आओ हम सब शिक्षा दिवस मनाए,
देश के हर नागरिक को शिक्षित बनाए,
जब तक देश का नागरिक रहेगा अशिक्षित,
तब तक हमारा देश आगे न बढ़ पाए।।

आओ देश को शक्तिशाली बनाए,
रक्षा सामग्री यहां सभी हम बनाए,
ताकना न पड़ें मुंह किसी और देश का,
उपकरणों में देश को आत्मनिर्भर बनाए।।

आओ बेरोजगारों को रोजगार दिलवाए,
छोटे छोटे उद्योग धंधे हर जगह खुलवाए,
तभी हटेगी इस देश की बेरोजगारी,
हर हाथ को कोई न कोई काम दिलाए।।

आओ अयोध्या में राम मंदिर बनाए,
इसे सारे विश्व का तीर्थस्थल बनाए,
जब बन जाएगा अयोध्या में राममंदिर,
सभी को विश्व में रामलला के दर्शन कराए।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।