देश ही सर्वोच्च है।

0 0
Read Time1 Minute, 42 Second

जिस देश में हमने जन्म लिया,
उस देश पर हम बलिदान हो जाए।
जो निर्बल पिछड़े है इस देश में,
उनको तारे हम पहले फिर खुद तर जाए।।

रहे ध्यान निज मान मर्यादा का,
उसका हनन हम कभी न होने दे।
जो करे हनन हमारी।मर्यादाओं का,
उनको देश में कभी हम बढ़ने न दे।।

करे देश की रक्षा हम सब,
हर सीमा पर हम डट जाएं।
जो देखे देश को कुदर्ष्टी से,
उनके सीने पर हम चढ़ जाए।

करे विकास हम सब देशवासियों का,
कोई विकास से वंचित न रह जाए।
जो रहे देश में पिछड़े अभी तक,
उनको आगे हर क्षेत्र में लेे जाए।।

जो करे हमारे देश के टुकड़े टुकड़े,
उनको देश से बाहर निकाला जाए।
पानी फेरे उनके इस इरादे को,
उनको अब मृत्यु दण्ड दिया जाए।।

करे सम्मान उन सब लोगों का,
जो देश की सेवा निस्वार्थ करते हो।
दे सम्मान अमर शहीदों जैसा,
जो अपना निज बलिदान करते हो।।

करे सम्मान देश के संविधान का,
वहीं देश की कुरान व गीता है,
जो चले देश के संविधान विरूद्ध,
उनको अब केवल फांसी का फीता है।।

भारत मां से न बडा कोई देश में,
जो उसका अपमान देश में करता हो,
उनके सीने में अब गोली दागनी,
चाहे कितना बड़ा लीडर वह बनता हो।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

कांग्रेस की चिट्ठी चिंतन बैठक

Wed Aug 26 , 2020
कांग्रेस मुख्यालय में जैसे ही चिट्ठी आयी कुछ लोग गाने लगे ’-चिट्ठी आयी है आयी है, चिट्ठी आयी है। बड़े दिनों के बाद कांग्रेसियों की चिट्ठी आयी है।‘ यह सुनकर वहां बैठे कुछ कांग्रेसी पदधारी बौखला गये। उन्होंने मुख्यालय से बाहर निकलकर गीत गाने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को समझाया कि […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।