
करते है नमन शहीदों को,
जिन्होंने अपनी जान गवाई।
अपनी जान देकर उन्होंने,
ना एक इंच जमीन गवाई।।
कैसे ऋण चुकाए,उनका हम अब आज।
करे बहिष्कार सभी,चीनी सामानों का आज।।
हुई है हाथापाई, गलवान घाटी में आज।
सुनकर खून खोल रहा हैं हम सबका आज।।
निहत्थों पर चीनी दुश्मनों ने गोली है चलाई।
करते है नमन शहीदों को,जिन्होंने जान गवाई।।
अपनी जान देकर,ना एक इंच भी जमीन गवाई।।
कहते है कुछ करते नहीं,केवल ढोंग रचाते है।
कुछ पुराने चीनी सामान को,बीच सड़क जलाते हैं।।
करते है ये दिखावा,अपनी फोटो भी खींचवाते है।
बुलाकर ये मीडिया को,ये लोगो पर छाना चाहते है।।
इन झूठी चीजों से,शहीदों की न होगी भरपाई।
करते है नमन शहीदों को,जिन्होंने अपनी जान गवाई।
अपनी जान देकर ,ना एक इंच भी जमीन गवाई।।
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम