मानव मन

0 0
Read Time51 Second
vindhya prakash
क्रोधाग्नि है जिसका भूषण
शीत उसे क्यों लगती होगी ।
आग उगलते जो जिह्वा से
शीत उसे क्यों लगती होगी ।
सुखी देख कर अपने लोगों को
जो जलते क्या ठंड लगेगी।
आग लगाते जो समाज में
उनके घर क्या आग जलेगी।
शीत में पारा गिरते देखा
मानव चरित्र हर मौसम गिरता ।
ईर्ष्या का है ताप जलाता
मानव का अन्तर्दहन हो जाता ।
प्रगति देखकर पास पड़ोस
बिना आग के ही जल जाता ।
मानव मन की आग देखकर
प्रकृति दंग होकर घबराता।
शीत कपकपी देता है पर
मानव सिहरन देता है डराता।
#विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र
प्रतापगढ (उत्तरप्रदेश)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

राजनीति

Thu Dec 13 , 2018
अब जनता जाग चुकी है नेता सो गए। क्योंकि नेता अपने पुराने वादों को धो गए।। जनता मांग रही है 5 साल का हिसाब नेता से। और नेता कर रहे हैं 5 साल के वादे जनता से।। राजनीति बंद करो सैनिक के अपमान की। करनी है तो बात करो जनता […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।