साहित्य संगम संस्थान के बोली विकास मंच पर 4 जुलाई 2021 को आयोजित बोली संवर्धन आनलाईन वीडियो कवि सम्मेलन में शिरकत करने वाले क्षेत्रीय बोली काव्य मनीषियों को 12 जुलाई 2021 को साहित्य संगम संस्थान की साक्षात्कार शाला, सांस्कृतिक अधिकारी नारी मंच की अधीक्षिका उमा मिश्रा प्रीति जी की उपस्थिति […]

आगरा । यह बात किसी से छिपी नहीं है कि कोरोनावायरस महामारी ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है । पिछले दो वर्षों से आम आदमी का जीवन कांटो भरी डगर पर चल रहा है । आम आदमी की जमा पूंजी पूरी तरह से खत्म हो गई […]

नवोदित कवि सुनील चौरसिया ‘सावन’ के काव्य संग्रह ‘हाय री! कुमुदिनी’ में संकलित रचनाएं एक ऐसा मधुकोश है जो उनके विविधवर्णी पुष्पों के पराग से निर्मित है। चूँकि कवि पेशे से शिक्षक हैं अत: उनकी प्रत्येक कविताओं में शिक्षा या उपदेश का आग्रह अनायास परिलक्षित होता है। पर्यावरण प्रेमी कवि […]

इन्दौर। अवसाद से भरे कोरोना काल से आम लोगों को उबारने के उद्देश्य से देश के चर्चित हास्य कवि अतुल ज्वाला ने स्टूडियो ‘कलम कैफ़े’ तैयार किया है जिसका लोकार्पण शनिवार से डिजिटल होगा। हास्य व्यंग्य और कविता के माध्यम से लोगो के मनोरंजन और नई प्रतिभाओं को एक अच्छा […]

बिहार, मुजफ्फरपुर की प्रसिद्ध कवयित्री निधी कुमारी ने राज्य ही नही पूरे देश मे परचम लहरायी ! भारत सेवक समाज डिग्री कॉलेज, सुपौल की हिंदी विभाग की प्रोफेसर निधी कुमारी को राष्ट्रीय संस्था “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी, भारत” द्वारा पूरे भारत के 15 चूने हुये कवियों मे चूने जाने पर “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी […]

इंदौर। हिन्दी पत्रकारिता से हिन्दी भाषा की क्या अपेक्षाएँ हैं? इस तथ्य को इन्दौर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने अपनी पुस्तक ‘पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ’ में लिखा, जिसका विमोचन मध्य प्रदेश शासन में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया। इस पुस्तक को संस्मय प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। सुश्री […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।