डॉ0 मृदुला शुक्ला “मृदु” की “भक्तयांजलि” आप भावुक भक्त जिज्ञासुओं के कर-कमलों में आकर भक्ति-पय-पान कराने में पूर्णत: समर्थ हुई है। पुण्य पावनी भारतभूमि बहुदेव-पूजित धरा है इस भाव को मन में समाहित कर डॉ0 मृदुला शुक्ला “मृदु” ने अपनी भावधारा एवं भक्तिधारा को “भक्तयांजलि” के रूप में प्रवाहित की […]

“वाक्यम रसात्मकम काव्यम” अर्थात आचार्य विश्वनाथ ने रसात्मक वाक्य को ही “काव्य”कहा है। कविता ही रसानुभूति कराती है। चाहे दुख का क्षण हो, चाहे सुख का। प्रत्येक क्षण में स्वत: ही कविता का जन्म हो जाता है, जब भाव, लय, छन्द,ताल आदि के द्वारा सुरमय हो जाता है, तभी कविता […]

पुस्तक—– वुमन आवाज –2 संपादक —- शिखा जैन समीक्षा — आरती प्रियदर्शिनी  इंदौर के संस्मय प्रकाशन के अंतर्गत शिखा जैन के कुशल संपादन में प्रकाशित पुस्तक “वुमन आवाज-2” अनेकों महिलाओं की कृतियों से सुसज्जित एक बेहतरीन पुस्तक है। पुस्तक के हर पन्ने पर हिंदुस्तान की आधी आबादी का अक्स झलकता […]

पुस्तक समीक्षा……… पुस्तक का नाम—वूमन आवाज़ (भाग २) संपादक– श्रीमति शिखा जैन प्रकाशक—संस्मय प्रकाशन, इंदौर, मध्य प्रदेश पृष्ठ ७२ रचनाएँ ६५ विधा–गद्य एवं पद्य        “ये आवाज़ है हर नारी की” “ईश्वर का सर्वश्रेष्ठ सृजन, इस सृष्टि पर है नारी। सर्वगुणी, सम्पन्न, सुसज्जित, प्रति नर पर वह भारी।। […]

युवा लेखक संजीव कुमार गंगवार एक गम्भीर व जागरूक चिन्तक हैं। इन्होने गुजरात भूकंप त्रासदी पर ” आपरेशन गुजरात ” व प्रेरणादायक ( motivational )  पुस्तकें ” आपकी सफलता आपके हाथ ” , ” विजेता बनने के लिए ” व ” जीत निश्चित है ” जैसी पुस्तकें छोटी सी उम्र […]

गीता पंडित जी का यह उपन्यास विश्व पुस्तक मेले में खरीदा था . कुछ कारणों के चलते पढ़ न सका था . शीर्षक बहुत कुछ कहता है इसलिए उत्सुकता जगाता है . शीर्षक से ही जाहिर होता है कि स्त्रीवादी पक्ष पर यह उपन्यास आधारित है . बोल्ड भी लगता […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।