नई दिल्ली| अप्रेल 30, 2018. भगवान बुद्ध की प्रज्ञा करुणा व समता की शिक्षा से ही विश्व शान्ति संभव है. विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज प्रात: दक्षिणी दिल्ली के बुद्ध विहार में दर्शन-पूजन के उपरान्त कहा है कि भारत की पावन धरा पर अवतरित […]

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ सन् १९३१ का नवंबर केवल दूसरे गोलमेज सम्मेलन के लिए नहीं याद रखा जाएगा बल्कि इंदौर को एक दहाड़ता शेर भी इसी माह की१८ तारीख को इंदौर शहर के भविष्य के स्वर्णिम अध्याय बुनने के लिए अवतरित हुआ था | एक ऐसा शख्स जिसने ताउम्र दरियादिल और […]

*अब शेर नहीं दहाड़ेगा,* शेर ए इंदौर श्री सुरेश सेठ साहब ने दुनिया को कहा अलविदा… इंदौर | नगर में सफेद शेर के नाम से मशहूर पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व महापौर दैनिक इंदौर समाचार के संस्थापक श्री सुरेश सेठ ने 4 बजकर 10 मिनट पर मेदान्ता अस्पताल में अन्तिम […]

जयपुर। ५ फरवरी २०१८ को इंडिया इंटरनेशनल स्कूल(जयपुर) में ‘हस्ताक्षर बदलो अभियान’ के अंतर्गत मातृभाषा . कॉम की पुस्तक(काव्य संग्रह) पर स्कूल के निदेशक डॉ.अशोक गुप्ता ने हिंदी में हस्ताक्षर कर इस अभियान का शुभारंभ किया। प्राचार्या श्रीमती माला अग्निहोत्री  ने भी पहली बार हिंदी में हस्ताक्षर कर अपने आपको […]

अलीगढ़। अलीगढ़ महोत्सव-२०१८ (राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी) में मुक्ताकाश मंच से ‘हिंदी प्रोत्साहन समिति उ.प्र.(इकाई)’ के सौजन्य से हिंदी प्रोत्साहन कार्यक्रम किया गया। इसमें हिंदी सेवी साहित्यकारों,कलाकारों,पत्रकारों सहित हिंदी में उच्च अंक प्राप्त छात्र -छात्राओं को समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया। इसी कड़ी में युवा साहित्यकार एवं क्षेत्रीय फिल्म कलाकार […]

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  हिसार। बेहतरीन कार्यों के लिए रोहतक निवासी लेखिका सुषमा मलिक को राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया गया। हिसार में हुए इस समारोह में सुषमा मलिक को ‘सांझी सोच सम्मान’ से  अलंकृत किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा रहे।  अध्यक्षता कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।