आज धरा पर चाँद का मान मर्दन होगा। जब धरती पर सुहागिनों का मंगल होगा। लगा हाथों में सुंदर मेहंदी लगी हुई होगी। काँच की लाल लाल चूडियों से सजा होगा।। आज धरा पर चाँद का मान भी मर्दन होगा।। सोलह श्रंगार कर के सुहागिन जब सजी होगी। धरती की […]
काव्यभाषा
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