काम जिनको घर में तमाम होगें, उनके लिए खास कहाँ हम होगेंl बीते हैं जिनके दिन बड़ी मुद्दत से, उनके लिए त्यौहार क्या कम होगेंl बड़ी शिद्दत से सजाया होगा घर को, उन्हें क्या मालूम मेहमान हम होंगेl चल दिया है राह में मिलने को उनसे, अब न मालूम कितने […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा