फरवरी की छहः तारीख, रविवार की सुबह जिस बुरी ख़बर को लाई, वो कभी न् भूल पाने वाली ख़बर रही। इन्दौर में जन्मी और पूरे भारत ही नहीं अपितु वैश्विक मण्डल में अपने स्वर से स्वयं को स्थापित करने वाली साधिका लता मंगेशकर की सुरलोक की यात्रा का समाचार स्तब्ध […]

एक शहर-ग्यारह घर अभियान का शंखनाद इन्दौर। भारत के एक हज़ार शहरों में हिन्दीभाषियों के विस्तार की परिकल्पना तैयार कर मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने एक शहर-ग्यारह घर अभियान का शंखनाद किया। इस वर्ष सितम्बर माह में आने वाले हिन्दी दिवस तक संस्थान देशभर के लाखों हिन्दीप्रेमियों को एकजुट कर हिन्दी […]

कुछ वक़्त पहले मै रायपुर से भोपाल आ रही थी तो ट्रेन में साथ की सीट पर बैठे लोग अपने अपने फ़ोन या लैपटॉप पे व्यस्त थे। में भी कुछ पढ़ने में व्यस्त थी क्योकि पेपर नज़दीक थे। सफर के कुछ पांच से छह घंटे ऐसे ही बीते। तभी अचानक एक […]

सुवर्ण कानन में फलित प्राणों की स्वप्न मंजरी #डॉ सीमा भट्टाचार्य बिलासपुर (छत्तीसगढ़) #परिचय- दिल्ली पब्लिक स्कूल बिलासपुर छत्तीसगढ़ में संस्कृत विभाग में अध्यक्षा पोस्ट में कार्यरत। Post Views: 15

मखमली घास पर मखमली जूते पहने, सिर पर हरे -भरे पत्र- छत्र छाँह लिए, आकाश की तिलस्मी दुनिया की ओर दृष्टि गढ़ाए हमारा कर्णधार अपनी ही धुन, अपने ही सुख में लीन,बेपरवाह बढ़ता चला जा रहा है….।जहाँ है सपनों की रुपहली,चकाचौंध से भरी दुनिया…।एक उड़ान..सपनों को पाने की चाहत। सपनों […]

कोरोन ने वैश्विक रूप से आघात पहुंचाने का काम किया है, कही लाशों के ढेर तो कही अपनों के बिछड़ने का क्रम अनवरत जारी रखा, दम तोड़ती व्यवस्थाएँ और शासकीय तंत्र की बदहाली को भी हमने अपनी आँखों से देखा और महसूस किया। ऐसे हालातों के बीच अभिभावकों ने तो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।