ये देश तरक्की वाला है बीमार को दवा न मिलती पग पग पर मधुशाला है ये देश तरक्की वाला है हाय हाय गरीब कर रहे पल पल असहाय मर रहे जहां तहां सिहर कहर रहे कौन सुनने वाला है ये देश तरक्की वाला है दण्डित गुनहगार नही है अपनो से […]

सेवा में, श्री नरेंद्र मोदी जी, प्रधानमंत्री भारत सरकार, नई दिल्ली। दिनांक: 14 जनवरी-2020। विषय: नागरिकता संशोधन कानून CAA के पक्ष में पदयात्रा की शीध्र अति शीघ्र अनुमति हेतु आवेदन पत्र। आदरणीय महोदय आदरणीय माननीय सम्माननीय सशक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपके मन की बात से प्रेरित और प्रभावित होकर […]

तुमने मुझे क्यों चुना, मोहब्बत करने के लिए। मुझमें तुम्हें क्या, अच्छा और सच्चा लगा। मैनें तो तुमसे कभी, निगाहें मिलाई ही नहीं। फिर भी तुमने अपना दिल, मेरे को क्यों दिया।। दिलके झरोखो से क्या तुम्हें कोई तरंग मिल गई। मैने सुना बहुत था, तुम्हारे बारे में कुछ। पर […]

किश्तो में सही मुहब्बत को तू कर्ज देकर जाए । सूद समेत लौटाउगी थोड़ी सी मोहलत भी तू दे जाए वक्त भी है फुर्सत भी है कुछ वादा करके ही जाए पुरानी पड़ी दिल में यादों को ताज़ा करके जाए मुझे क्या पता वो लौट कर आए या ना आए […]

जीवन मे जो भी करो करो सोच विचार कर आगे किधर जाना है निर्णय लो विचार कर एक कदम भी गलत न हो सावधानी रखनी होगी दिल किसी का न दुखे ऐसी राह पकड़नी होगी जितनी सेवा हो सके करो ईश्वरीय जानकर अहंकार जरा भी न हो चलो खुद को […]

इंदौर । हिंदी लेखक व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अर्पण जैन अविचल की पुस्तक ‘वारांगना-व्यथांजलि’ का विमोचन दिल्ली पुस्तक मेले में 11 जनवरी को लेखक मंच पर डॉ.वेदप्रताप वैदिक,पद्मश्री डॉ सुरेंद्र शर्मा,डॉ कुँवर बैचैन, डॉ दिविक रमेश, डॉ दिवाकर शुक्ल, स्वामी विदेह देव जी, प्रो राजीव शर्मा, संतोष […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।