ये देश तरक्की वाला है

2 0
Read Time1 Minute, 27 Second

ये देश तरक्की वाला है
बीमार को दवा न मिलती
पग पग पर मधुशाला है
ये देश तरक्की वाला है
हाय हाय गरीब कर रहे
पल पल असहाय मर रहे
जहां तहां सिहर कहर रहे
कौन सुनने वाला है
ये देश तरक्की वाला है
दण्डित गुनहगार नही है
अपनो से अब प्यार नही है
खुशियो का त्यौहार नही है
छिनता रहा निवाला है
ये देश तरक्की वाला है
पढ लिखकर ठोकर खाते है
युवा नही काम पाते है
सब ताडना सह जाते है
सबकुछ गडबड झाला है
ये देश तरक्की वाला है
मोझ दायिनी स्वयं दुखित है
देख दुर्दशा आज दुखित है
गंदगी से खुद ही पीडित है
जल का कौन रखवाला है
ये देश तरक्की वाला है
मां बाप का मान न करते
हम अपने को बडा समझते
नये विवाद मे रोज उलझते
सम्मान नही जिसने पाला है
ये देश तरक्की वाला है
सब मान मर्यादा भूले
झूठ गुमान मे फिरते फूले
कृत्रिम हो रहे हम है भूले
दिखावा का जाला है
ये देश तरक्की वाला है
विन्ध्यप्रकाश मिश्र
नरई संग्रामगढ प्रतापगढ उ प्र

matruadmin

Next Post

हम बड़े ना तुम

Thu Jan 16 , 2020
हम बड़े ना तुम,बड़ा रब, ख़ानदानी है। डींग मारें हम भले वो आसमानी है।-01 * मौत आती सामने जब,बच न पायें तब, ज़िन्दगी अपनी कहें,दो बूंद पानी है।-02 * ठोकरों के बाद भी जो,यार संभले ना, खामखां वो गिर रहे ये ज़िन्दगानी है।-03 * यार कोई आसमां सा, है नहीं […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।