भुवनेश्वर के मंदिर अपनी स्थापत्य कला और वास्तु वैभव के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। इस पुण्यभूमि पर स्थित लिंगराज मंदिर, परशुरामेश्वर मंदिर और मुक्तेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद हमें केदार गौरी मंदिर के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। भुवनेश्वर के आठ अष्टशंभू मंदिरों में से […]

कोई नही चाहता, मेरा बुरा हो फिर दूसरे का बुरा सोचते क्यो है? कोई नही चाहता ,हार मिले फिर दूसरे को आप हराते क्यो है? कोई नही चाहता निरादर अपना फिर दूसरे का अपमान करते क्यो है? जो चाहते हो आप अपने लिए वही दूसरो को बांटना सीखो खुद शांति,प्रेम,सदभाव […]

सुनो मेरे देशवासियों, में हूँ एक साधारण इंसान, मुझे भारत से प्यार है। मुझ वतन से प्यार है।। कभी नहीं दिया किसी को धोखा, और न खाई झूठी कसमें, जिन से की हमने दोस्ती, दिया साथ सदा उनका। चाहे वो कोई जाति धर्म का हो, वो है हमारे देश की […]

सृष्टि का निर्माण नित-नित नदियाँ करतीं प्रकृति का श्रृंगार हरदम नदियाँ करतीं मनुज ही नहीं, हर प्राणी को जीवनदान देतीं हमारे देश में नदियाँ अमरता का वरदान देतीं लेकिन अब आदमी के स्वार्थ ने – होकर निर्लज्ज, उत्खनन की तोड़ी है सीमा जलचर जीवों को दिया है जहर धीमा प्रदूषण […]

आद्य संपादक: स्व जेठलाल जोषी प्रबंध संपादक :श्री शरद जोषी अंक :अक्तूबर दिसंबर २०१९ समीक्षा : समीक्षक : डॉ गुलबचन्द पटेल गुर्जर राष्ट्र वीणा का दिसंबर २०१९ का सुंदर मुख पृष्ठ वाला अंक गुजरात के राष्ट्र तिरंगा के रंगो से छपे मेप और श्री नरेंद्र भाई जोषी संपादक की हिन्दी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।