सिसक के गिन रही है गिनतियाँ ज़ुबाँ आएगा वक़्त और बयाँ होगा किस्सा कि सड़कों पे दौड़ रही है बच्चियाँ तख्तियां लेकर चल रहे है बच्चे यहाँ औरतें सम्भाले हुए है मोर्चा कि वक्त आने पे बयाँ होगा किस्सा लगा दिया जाता है तोहमत यहाँ पर गद्दारी का तमगा भी […]

आ रहा है भारत मे बड़ा विदेशी मेहमान आवभगत में जुटा है भारत देश महान अतिथि देव भव: की परम्परा हमारी पुरानी दुनिया में नाम हमारा सारे जग ने जानी पर गरीबी छिपाने को दीवार बनाना ठीक नही अतिथि के सत्कार में अपार खर्च भी ठीक नही अतिथि आगमन लाभ […]

सेवा में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, दिनांक: 24 फरवरी 2020 विषय: नागरिकता संशोधन सीएए कानून के पक्ष में माननीय महोदय जय हिंद! प्रतिलिपि सेवा में 1 माननीय मंत्री व सांसद डा जितेंद्र सिंह जी शमशेर सिंह मन्हास जी एव जुगल शर्मा सहित 2 माननीय डीसी जम्मू और एसडीएम अखनूर व […]

साहित्य संगम संस्थान द्वारा उपनाम संस्करण सम्मान समारोह में सोम नाम की उपाधि तथा समीक्षा कार्य के लिए समीक्षाधीश सम्मान पत्र से विभूषित हुए बिहार के लेखक आशुतोष कुमार। यह सम्मान उन्हें उनके साहित्यिक कार्यो मे लगातार उनके परिश्रम और लेखन क्रिया को देश के समक्ष प्रस्तुत दैनिक लेखन कार्यो […]

अभय जी पत्रकारिता के शिखर और कुम्भज जी है कविता का कुम्भ – आनंद मोहन माथुर इंदौर । हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ 24 फरवरी 2020, सोमवार को स्थानीय श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इंदौर में हिंदी पत्रकारिता के शिखर व दशकों तक नईदुनिया के […]

उपन्यास चर्चा – …फिर कभी – कभी, कहीं – कहीं यह भी होता है इनके युवा बच्चे ,जाने-अनजाने में एक दूसरे को चाहने लगें। उन्हें जीवन साथी के रूप में देखने लगें लेकिन अपने परिवारों की मान-मर्यादा,पद-प्रतिष्ठा और विजातीय सम्बन्धों के चलते इन रिश्तों को दर्द और विछोह के दंश […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।