कहां अयोध्या है नेपाल में ओली जी हमको समझाओ एक गांव को अयोध्या बताकर दुनिया को यूं न भरमाओ चीन तुम्हारे सिर पर बैठा तुम्हें विवेकहीन बना रहा भारत पर सांस्कृतिक आक्रमण अयोध्या झुठलाकर करा रहा राम के अस्तित्व को झुठलाकर तुम कैसे अस्तित्व में रह पाओगें जो हश्र हुआ […]

सामाजिक कार्य कर नशा मुक्ति अभियान प्रणेता ब्रेस्ट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजक तथा हिन्दी गुजराती कवि लेखक अनुवादक और इंडियन लायंस गांधी नगर, पूर्व ऑफिस सुपरिटेंडेंट जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ऑफिस अहमदाबाद, एवं गांधी नगर साहित्य सेवा संस्थान गुजरात के अध्यक्ष श्री डॉ गुलाब चंद पटेल को नारायण मानव सेवा […]

मैं एक नारी हूं, कर्तव्य पथ पर अडिग हूं, संघर्ष पथ पर अटल हूं सुख दुःख की सांझी हूं हां मैं एक नारी हूं ‌। अपनों की खातिर, प्रीत निभाती, हर फर्ज निभाती, मुश्किलों को आसान बनाती, होकर भी ना हो पाती, हां मैं एक नारी हूं। जीवन की बलि […]

मिसेज शर्मा और मिसेज वर्मा दोनों पड़ोसन के साथ साथ अच्छी मित्र भी थी ।एक दिन मिसेज शर्मा को किसी काम से बाहर जाना था तो वह अपने बेटे छोटू को मिसेज वर्मा से देखते रहने को कहकर चली गयी। इधर छोटू खूब खेल रहा था।सामने से उड़ रही घूल […]

इलेक्ट्रॉनिक हिंदी साहित्य के आनलाइन काव्य सम्मेलनों में अब तक के सबसे बड़े काव्योत्सव के रूप में सम्पन्न हुआ देश के विभिन्न प्रांतों से 122 जेष्ठ-श्रेष्ठ कवियों ने लिया हिस्सा मिथलेश सिंह ‘मिलिंद’ (आजमगढ़) , साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र जी के तत्वावधान में काव्य मंच […]

कामनाये बढ़ती ही जाती सत्ता की जो भूख सताती जो मिला उससे सन्तुष्ट नही योग्यता उनमें ज़रा भी नही कुर्सी के लिए ईमान खोते जनता का विश्वास खोते कपड़ो की तरह दल बदले हर पल अपनी जबान बदले देश के लिए करके दिखाओ जनता का विश्वास पाओ सेवा के मायने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।