अटल जी अटल थे,अटल ही उनका गहना था। विश्व के हर भू भाग पर उनका ताना बाना था।। देते थे जब वे भाषण संसद की दीवारें हिल जाती थी। हिन्दी के शब्दों के कारण सब भाषाएं हिल जाती थी।। अटल कुशल प्रशासक थे वे विश्व के जननायक थे। सुना जब […]

ईश्वर हमको ऐसा वर दो, अच्छे, अच्छे कर्म करें ।। मानवता की सेवा करके , हम दुनियां में नाम करें।। सत्य, अहिंसा को अपनाकर, गांधी, हरिश्चन्द्र, राम बनें। विफलताओं पर व्याकुल न हों, धैर्य के साथ हो सदैव खड़े ।। क्रोध को जीते, क्षमा व्रत लें, नम्र बनें हम झुक […]

कोरोना को हराकर फैहराया तिरंगा कोरोना तुम हमसे अब लेना न पंगा नई वैक्सीन का भी आगाज हो गया लालकिले से इसका ऐलान हो गया जो दुःख आता है, जाता जरूर है प्रकृति का भी यही तो दस्तूर है परमात्मा पर विश्वास बना कर रखना कोरोना समाप्ति का पूरा होगा […]

इंदौर। भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दी सेवी संस्थान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा मातृभाषा सृजन एवं हिन्दीग्राम समूह में साहित्यकारों के बीच ‘संदेश प्रतियोगिता’ आयोजित की, जिसमें प्रथम स्थान पर चंद्रमणि ‘मणिका’ दिल्ली, द्वितीय विजयलक्ष्मी भट्ट शर्मा दिल्ली एवं तृतीय उर्मिला मेहता इंदौर रहीं तथा मानसी शर्मा दिल्ली, […]

शारद पूत नमन करूं, जय शंकर परसाद। नाटक कविता अरु कथा,हिन्दी छायावाद।। जय शंकर हिन्दी हितकारी। साहित सेवा सदा विचारी।।1 विश्वनाथ काशी कल्याणी। देवी के घर शारद वाणी।।2 माघा शुक्ला दसमी ईशा। संवत उन्निस छैयालीसा।।3 जनवरि तीस नवासी आई। जयशंकर जब जन्में भाई।।4 क्वींस कॉलेज करी पढ़ाई। बाकी शिक्षा घर […]

है प्यार बहुत देश हमारा हिन्दुतान। है संस्कृति इसकी सबसे निराली है। कितनी जाती धर्म के, लोग रहते यहाँ पर। सब को स्वत्रंता पूरी है, संविधान के अनुसार।। कितना प्यार देश है हमारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा करनी है आगे तुम सबको।। कितने बलिदानों के बाद मिली है आज़ादी। कितने वीर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।