कार्यक्रम में देश के विविध प्रांतों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, राजस्थान, हिमाचल, उड़ीसा और अन्य कई राज्यों से करीब सौ साहित्यकारों ने भाग लिया राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी मिथलेश सिंह मिलिंद नई दिल्ली : साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के तत्वावधान में संस्थान की […]

भारत मां को आजाद कराने, निकला था एक अलबेला। सिर पर बांध कफ़न केसरिया , पहना था भगत ने बसंती चोला। भारत मां की आजादी ही, था भगत की आंखों का सपना। वार दिया मां की आजादी पर, जिसने सारा जीवन अपना। जलियांवाला बाग़ कांड ने, भगत को ऐसा झिंझोड़ा […]

भारत मे पत्रकारों का एक ऐसा भी संगठन है जिसके सभी सदस्य न सिर्फ सात्विक है अपितु मिशनरी भी।मुल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति नाम से पंजीकृत एवं सक्रिय इस संगठन के राष्ट्रीय संयोजक का जिम्मा जाने माने पत्रकार प्रोफेसर कमल दीक्षित संभाल रहे है तो अध्यक्ष के पद पर भारतीय जनसंचार […]

कार्यक्रम में देश के विविध प्रांतों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, राजस्थान, हिमाचल, उड़ीसा और अन्य कई राज्यों से करीब सौ साहित्यकारों ने भाग लिया।बिहार इकाई के अलंकरण प्रमुख आशुतोष कुमार ने बताया कि  : साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के तत्वावधान में संस्थान […]

जिस देश में हमने जन्म लिया, उस देश पर बलिदान हो जाए। जो है निर्बल असहाय गरीब, उनको तारे हम खुद तर जाए।। निज आन मान मर्यादा का, प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे। अपने भारत के साथ साथ सारे विश्व का कल्याण करे।। जो हमें धमकाए उसे हम धमकाए उसके […]

लड़का हो या लड़की, दोनों एक समान है। हर काम करने लगी, आजकल की लड़कियां। इसलिए तो लोगों की, अब सोच बदल रही । और लड़की के जन्म पर, अब खुशियां मनाने लगे।। लड़को से बढ़कर आजकल, लड़कियां निकल रही। समाज को आईना, अब लड़कियां दिखा रही। इसलिए तो मां […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।