(विश्व विजेता चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती पर विशेष) चक्रवती सम्राट अशोक महान, का पराक्रम जाने सारा जहान। था यह अखंड भारत का दूत, करे जग आज इसका बखान। सम्राटों में रहे सदा शीर्ष स्थान, कुशल शासक में थी पहचान। इनका हर स्तंभ है गौरव वाला, अशोक चक्र है […]
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रससुजान रसखान है,मीरा के पद पूर। सुर-सुरा साहित्य लहरी,ग्रंथ रचे हैं सूर।। अष्ट छाप वर्णन किए,राधेश्यामा गीत। गली-गली गावत फिरे,मुरली में संगीत।। कृष्ण चतुर परमानन्द,गोविंद कुंभनदास। सूर नंद अरु छीतकवि,अष्टछाप के खास।। (‘हिन्दी दोहावली’ के इतिहास खंड भक्तिकाल से दोहा) #डाॅ. दशरथ मसानिया Post Views: 9
