इन्दौर । मात्र भाषा ही नहीं बल्कि मानव मात्र की सेवा के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सेवा सर्वोपरि प्रकल्प द्वारा स्थानीय पुलिसकर्मियों को कोरोना सुरक्षा कवच किट वितरीत किए गए। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता ने बताया कि ‘संस्थान द्वारा विगत एक माह से […]

भारत में उर्दू भाषा का स्थान १९८१ की जनगणना में समग्र रूप से छठा है, जिसमें ३५ मिलियन से अधिक वक्ता हैं, जिनमें से अधिकांश उत्तर भारतीय राज्यों में केंद्रित हैं। इस लेख का हिस्सा : भारत में उर्दू भाषा का स्थान समग्र रूप से देश में छठा स्थान है। […]

जन्म दिया जिन्होंने,उन्हे कल भुला ना देना, हंस रहे हैं जो आज,उन्हे कल रुला ना देना।। सिखाया है जिन्होंने,उंगली पकड़ कर चलाना, कल उनके सपनों को मिट्टी में मिला ना देना। खिलाया है जिन्होंने तुम्हे खुद भूखा रहकर, उन्हें कभी भूल से भूखा मत सुला ना देना। पढ़ाया लिखाया है […]

मिर्ज़ापुर। विन्ध्याचल मण्डल के आयुक्त कार्यालय में आज आयुक्त योगेश्वरराम मिश्र एवं प्रभाश्री ग्रामोदय सेवा आश्रम देवगढ़ के सचिव डॉ. जितेन्द्रकुमार सिंह ‘संजय’ के नेतृत्व में आये शिष्टमण्डल के बीच डेढ़ घण्टे की महत्त्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें मिर्ज़ापुर जनपद के पुराने रिकॉर्ड्स को संरक्षित करने के लिए कई अहम […]

रिश्तों का बंधन कही छूट न जाये। और डोर रिश्तों की कही टूट न जाये। रिश्ते होते है बहुत जीवन में अनमोल। इसलिए बीड़ी सिगरेट का करे त्याग ।। धूम्र पान जो करते है उनका जीवन बदल जाता है। स्वस्थ्य इंसान भी बीमार होने लगता है। और तब धर का […]

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तंबाकू छोड़ने का निश्चय करने वालों में से केवल 30% लोग ही तंबाकू छोड़ने के उपाय को अपनाने में सफल होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष गैर संचारी रोग (कैंसर, मधुमेह, सांस की बीमारी, त्वचा की बीमारी, हृदय रोग) से मरने वालों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।