1.👩 बेटी घर री लाडली, माँ बापाँ रो चैन। दिनकर छाया धूप जिमि, तारा छाई रैन।। 2.👩 बेटी घर री लिच्छमी , सरस्वती रो रूप। नव दुर्गा रो भेष या, जमना गंग सरूप।। 3.👩 बेटी घर री देहरी , दादा दादी साथ। प्रात नमन दोपहरिया, संध्या बाती हाथ।। 4.👩 बेटी […]

देहरादून । प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्य सेवाकेंद्र, सुभाष नगर, देह्रारदून में “मेरा उत्तराखंड, व्यसन मुक्त उत्तराखंड” अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम आयोजियत किया गया । बी.के. डॉ. बनारसी लाल शाह (सेक्रेटरी मेडिकल विंग, ब्रह्माकुमारीज़, मुख्यालय – माउंट आबू) ने कहा कि व्यसन के आदी होने का मुख्य […]

हिसार.नवोदित लेखकों को मंच प्रदान कराने के उद्देश्य से पिछले बीस साल से चलाए जा रहे मासिक काव्य गोष्ठी कार्यक्रम के अन्तर्गत नगर की प्रमुख साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था प्रेरणा परिवार की अक्टूबर माह की मासिक काव्य गोष्ठी स्थानीय टाऊन पार्क मे संस्था निदेशक शुभकरण गौड़ की अध्यक्षता मे आयोजित […]

दर्दोगम की बस्ती नामक पुस्तक हृदय को उद्वेलित करने वाली है – जयशंकर रायगढ़ | औद्योगिक व वनांचल तहसील तमनार के नवदुर्गा समिति बरभांठा द्वारा पुस्तक विमोचन एवं विराट कवि सम्मेलन का सफल आयोजन गत् दिवसांक 05 अक्टूबर को किया गया । उक्त आयोजन के मुख्य अतिथि रायगढ़ के ख्यातिलब्ध […]

नवदुर्गा के उपवास में देवी पूजा का प्रावधान सारी शक्तियां निहित देवी में देवियां ही कृपानिधान देवी रूप में पूजन को कन्या ही जिमाई जाती ढूंढ ढूंढ कर गली गली से छोटी कन्याएं लाई जाती एक एक कन्या कई घरों में जीमने की रस्म निभाती तब जाकर उपवास की परिणति […]

वाह रे सियासत तेरे रूप हजार। सत्ता का लोभ एवं कुर्सी की चेष्टा किस स्तर तक जा सकती है इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, सियासत की ऐसी उठा-पठक की जिसको देखने के बाद देश की जनता सोचने पर विवश एवं मजबूर हो रही है कि क्या ऐसा भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।