विश्व हिंदी दिवस पर हरिद्वार के गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित हरिद्वार साहित्य महोत्सव में भारत नेपाल के साहित्यकारों ने दोनों देशों की लोक संस्कृति और साहित्य के आदान प्रदान के लिए साहित्यिक समरसता का संकल्प लिया।इससे पूर्व भी मेरठ और नेपाल के वीर गंज में इस तरह के […]

इंदौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे मातृभाषा उन्नयन संस्थान को दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेला 2020 में शनिवार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन द्वारा 11 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाने के लिए विश्व कीर्तिमान दिया। […]

इंदौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्था मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी कवि सम्मेलन के ख्यात कवि दिनेश रघुवंशी जी को विश्व पुस्तक मेले में भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’,राष्ट्रीय महासचिव कमलेश कमल, […]

भारतीय दर्शन के उद्धारक जिनका मूल मंत्र था उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो।आधुनिक वेदांत ,राजयोग को देश व दुनिया को समझाने वाले जिन्होंने विश्व धर्म महासभा में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया। वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद जी […]

2020 का मेरा संकल्प है, हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले। पूरे हिंदुस्तान के हर शहर में, हर भारतीय की जुबा से ये बोली जाए। जिसने मुझे को बहुत सम्मान दिलवाए। ऐसी मीठी भाषा को, में क्यो छोड़ दूं। कहने वाले को और सुनने वाले को, ये बहुत ही सरल […]

झुकता वही है जो निरहंकार हो झुकता वही है जो फलदार हो झुकता वही है जो समझदार हो झुकता वही है जो असरदार हो झुकने से मान कभी घटता नही तनने से मान कभी बढ़ता नही शांति,धैर्य,विन्रमता न जो छोड़े उससे सुखी कोई होता नही झुकता हर कोई पवित्र के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।