सेवा में, श्री नरेंद्र मोदी जी, प्रधानमंत्री भारत सरकार, नई दिल्ली। दिनांक: 23 जनवरी 2020। विषय: नागरिकता संशोधन कानून CAA के पक्ष में पदयात्रा की समय रहते तुरंत अनुमति हेतु आवेदन-पत्र। आदरणीय महोदय, आदरणीय माननीय सम्माननीय सशक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं गृहमंत्री अमित शाह जी मैंने राष्ट्रहित में एसडीएम […]

मत खेलो किसी की, भावनाओ से तुम। वरना बहुत तुम भी, आगे पषताओगे। जब याद तुम्हें अपनी, करनी की आएगी। तब अफसोस जताने का, समय भी तेरे पास नहीं होगा।। माना कि प्यार भावनाओ, पर ही टिका है। इसमें दो दिल का मिलन, दिल से होता है। पर तुम तो […]

इंदौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान को 11 लाख लोगों के हस्ताक्षर हिंदी में परिवर्तित करवाने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन द्वारा दिल्ली में मिले विश्व कीर्तिमान के लिए इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ एवं दल से भेंट कर शुभेच्छाएँ प्रदान […]

रहो हिल मिलकर मेरे, समाज के भाई बहिनों। में लेकर आया हूँ, स्नेह प्यार का संदेशा। रहे हम सब पर, हमारे बड़े बूढ़ो का हाथ। तभी तो हर जाती धर्म को दुनियाँ में पहचान जाएगा। दिलाओ बच्चों को शिक्षा तुम सभी लोगों। तभी तो समाज को मिलेगा, शिक्षित समाज का […]

नभ का उसने केनवास बनाया बादलो को उसपर फैलाया सूर्य लालिमा से रंग दिया उसको चित्रकारी करके परोस दिया हमको कायनात को वह हर रोज सजाता है सुख दुख दोनो हमको देकर अपने होने का बोध कराता है अद्वितीय है वह इस जहान में चित्रकार होने का फ़र्ज निभाता है। […]

काँइं – काँइं करती हुई लँगड़ी कुतिया अपना टूटा पैर खींचती हुई बाहर चली गई | काकी ने बड़ी जोर से बेचारी कुतिया की पीठ पर डडोका (लट्ठ) जो मारा था | काकी की ये हरकत आर्यन को कतई अच्छी नहीं लगी | वो रुआँसा सा होकर काकी से बोला […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।