मां से बड़ा कोई नही जग में मां ही बच्चों की पालनहार बच्चों की स्वांस में स्वांस चलती मां सपने बुनती रोज हजार कभी भाई पर, कभी पति पर कभी ओलाद पर लुटाती प्यार भूखे पेट रहकर दिवसभर ईश्वर से मांगती मन्नत हजार संतान सुख बना रहे सदा मां दुआ […]

ज़ुल्म सहेगी ना अब नारी , मत समझो इसको बेचारी। घर,बाहर ये कभी न हारी , हर बाधा पर पड़ती भारी । देश का ये अभिमान बढ़ाये, क्यों समुचित सम्मान न पाये। भ्राता, तात से कुछ न माँगे हँस करके सारे सुख त्यागे। पति से कहती कर आभास हर पल […]

क्रोध एक विकार है इसे समझ लो खूब जिसने इसे धारण किया उसका विवेक जाता डूब क्रोध निमित्त है रोग का बढ़ता इससे संताप जब भी कोई क्रोध करे चेहरे पर बढ़ता ताप क्रोध से मुक्ति का है एक सरल ही उपाय आत्म स्वरूप मे रहो मन शांत हो जाएं […]

मेरे जीवन का है यही सपना, खुशियों का महल हो अपना। जिनको जमाने ने है छोड़ा, उनको मैं अपना बनाऊं। जिनका जग में नहीं कोई, मैं ही उनकी हो जाऊं। मेरे जीवन का है यही सपना, खुशियों का महल हो अपना। खून के आंसू जो रोए, उनकी मुस्कान बन जाऊं। […]

अहंकार मत कर ऐ मेरे दोस्त, दो पल का है जीवन हमारा। आओ साथ मिलकर जी लें, मौसम है बहुत प्यारा- प्यारा।। जब याद आती है तेरी मुझे, नैनों से अश्रुधारा बहती है। खो सी गई है जिंदगी तेरे बिन, ऐ दोस्त बस तेरी याद रहती है।। अहंकार ने हरा […]

नई दिल्ली, नवंबर 6, 2020. पाकिस्तान सरकार द्वारा गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(PSGPC) से हटा कर ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ETPB) को दीए जाने की विश्व हिन्दू परिषद कड़ी निंदा करती है। इस संबंध में यह तर्क दिया जाना कि कमेटी गुरुद्वारे के प्रबंधन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।