आओ चलें अमर इतिहास के कुछ पन्ने पलटाते हैं, आज हम झाँसी वाली रानी की अमर गाथा सुनाते हैं। काशी के ब्राह्मण कुल में जन्मीं प्यारी मनु सुकुमारी थी, बचपन से ही प्रिय खड्ग और अश्व की सवारी थी। शौर्य और वीरता की झलकती अद्भुत कहानी थी, खूब लड़ी अंग्रेजों […]

रामलाल और गोपाल ने एक दूसरे के गिलास को शाही अंदाज में टकराया और उक ही सांस में खाली कर दिया ‘‘साली बहुत कड़वी है…….देशी है न ….’’ कहते हुए वह हंसा । अब हमारे पास चखना तो है नहीं…..ये लो जामुन की पत्ती को ही चबा लो…..मैंने इसे तोड़कर […]

2020 के बिहार विधान सभा चुनाव में इस बार देश का मुख्य मुद्दा बहुत ही मजबूती के साथ उठाया गया यह एक बहुत बड़ा कदम है क्योंकि जाति और धर्म की परिकरमा करती हुई सियासत की दशा और दिशा जिस तरह से नौकरी एवं रोजगार की ओर मोड़ने का प्रयास […]

परमात्म ज्ञान जिसको मिला उसका समझो भाग्य खिला सत्य उसको भा जाता है चरित्र उत्थान हो जाता है पावनता का सुख मिलता है शांतिमय सा मन खिलता है प्रेमरस की बहती है गंगा किसी तरह का न हो पंगा परमात्म याद मे खोये रहे रूहानियत मे खुद को डुबोये रहे […]

कोरोना से बचने हेतु सावधानी बरतने व टीके के परीक्षण हेतु आगे आने का किया आह्वान रोहतक। नवंबर 21, 2020। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महा सचिव डॉ सुरेन्द्र जैन ने आज रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइन्सेज में कोरोना महामारी से बचाब हेतु बनाए […]

तर्ज : (हम मेहनत कस इस दुनिया से अपना …..) हम आदिनाथ की भक्ति को श्रुतधाम जाएंगे। एक बार नही सौ बार नहीं हम जीवन भर जाएंगे। हम आदिनाथ की……।। माया के चक्कर में पड़कर अपना जीवन तू गवा रहा। और झूठ फरेब करके तू दौलत बहुत कमा रहा। ये […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।