बेटियाँ इतिहास रचती हैं देश का मान रखती हैं , उड़ाने उनकी हैं ऊँची दिल में तूफ़ान रखती हैं । कलाई उनकी है नाजुक यही अब तक सुना हमने, हाथ में है बड़ी ताक़त है हथेली जान रखती हैं । कभी सीता कभी राधा कभी घोषा अपाला थी , आज […]
आज के दौर की तालीम जो सरकारी है , उससे क्या फ़ायदा वो तो बस बाज़ारी है । काम आती है आग पेट की बुझाने को , है नही क़ौम की परवाह न ज़िम्मेदारी है । होड़ सी है मची डिगरी को हड़प लेने की , देश में भीड़ है […]
वो गोली आज तक छलनी है करती जानों दिल अपने , है जलियाँबाग का मातम मेरी आँखों में बचपन से । भगत सिंह नाम है मेरा मैं फ़ौलादी हूँ तन मन से, मेरा चोला बसंती रंग दिया है माँ ने बचपन से । क़सम खाता हूँ मैं अपनी हर इक […]
संस्कृत ने संस्कृत कर जन्मा भारत को वरदान दिया , पाला पोसा खूब सजाया माँ ने हिन्दी नाम दिया । सहज मधुर शब्दावली मेरी लिखना -पढ़ना सभी सरल , रस से भरी गगरिया मेरी छंद काव्य का जाम दिया । बहने मेरी सब भाषायें मेरा झगड़ा कहीं नही , हाथ […]
भय का कारण तो जान गई भय से है मुक्त कहाँ नारी ? पानी के सहज थपेड़े सह बहने को विवश क्यूं है नारी । है चिन्ता मन में विकट बडी कैसे मैं पार करूँ नदिया ? चलना है दूर बहुत मीलों हमने ना कभी हिम्मत हारी । बेबस ही […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।