ईश्वरीय ज्ञान की आबू धरा पर असंख्य अज्ञानी तर जाते है विद्योत्तमा सरीखी बहनो से कालिदास महाकवि बन जाते है परमात्मा नियंत्रक है यहां के स्व परिवर्तन वे करवाते है ईश्वरीय वाणी का रसपान कराकर पतित से पावन बनाते है जाति धर्म का यहां भेद नही सब धर्मो से लोग […]