अन्नदाता किसान बदहाल है आज फसल का उसकी वाजिब दाम नही मिल रहा आज वोट पाने को किसान की दिखाते सब हमदर्दी पर उसकी खुशहाली को कुछ होता नही काज् आज याद आ रहे है किसान नेता चरण सिंह जिनका धड़कता था किसानो के लिए दिल सुखी रहे किसान यह […]

यीशु जन्म की खुशिया अपार सांताक्लॉज ला रहे उपहार परमात्म सन्तान कहलाते है दया,करुणा का पाठ पढ़ाते है सज गए है सारे गिरजाघर यीशु प्रार्थना हो रही घर घर जन जन को केक खिलाते है सब आनन्द दिल से मनाते है हम सब भी है ईश्वर सन्ताने यीशु समान ज्ञान […]

धूप भी फीकी हो गई हवा चले विकराल हाड कपाती सर्दी जीवन हो गया बेहाल कही बर्फबारी प्रकोप है कही फैला घना कोहरा बेघर जो फुटपाथ पर संकट है उन पर गहरा ठण्ड से जान न जाने पाये ऐसा करे हम सब उपाय कम से कम एक कम्बल उनके तन […]

राष्ट्रहित सबसे बड़ा हमेशा रखिए ध्यान स्वहित का त्यागकर राष्ट्र पर हों बलिदान अर्जुनदेव को याद करों वतन पर हुए कुर्बान सर्वस्व अपना लूटा दिया पर बचाया स्वाभिमान जो रक्षक है देश के उनपर करो अभिमान करते रक्षा सीमाओ की बलिदान करते प्राण। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ मई […]

करने वाला कोई ओर है स्वयं को निमित्त जान फिर अपनी उपलब्धियों पर करते हो क्यो अभिमान जो करता है उसका नाम नही प्रत्यक्ष कोई पहचान नही उसका वजूद फिर भी बड़ा है हमारा वजूद उसी पर टिका है हम सब कठपुतलियां है उसकी वह रचियता है हमारा हमारे भाग्य […]

जिस माँ ने जन्म दिया उसका मानो उपकार तुम्हारी खुशी के लिए वह लुटाती रही प्यार स्वयं कष्ट सहकर वह तुम्हे सुख देती रही तुम्हारे चेहरे की मुस्कान को अपना दर्द छिपाती रही माँ के ऋण से मुक्त तुम कदापि हो सकते नही माँ से बढ़कर मीत अपना तुम कभी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।