समय बहुत बलवान है इसे समझ लो खूब जो समय को न समझे करता है भारी भूल एक बार समय गया फिर हाथ न आएगा समय गंवाने के बाद जिंदगी भर पछतायेगा जो समय पर हावी होकर करते हमेशा सद्कर्म समय उन्ही का अच्छा होता निभाते अपना स्वधर्म। #श्रीगोपाल नारसन […]
जो अपने पूर्वजो के प्रति नित रखते सम्मान सुख सम्रद्धि बढती है मिलता उन्हें सम्मान जिनके कारण जीवन मिला ओर मिला कुल मान उनको कभी न भूलना करना उनका यशगान पूर्वज अपनी कुल पीढ़ी का हमेशा रखते है ध्यान कष्ट में वंशज को रहने न दे पल भर में करते […]
शांतचित एक गहना है हमे इसी रूप में रहना है व्यर्थ की बातों से दूर रहो ईश्वरीय याद में खोये रहो चिंता पास नही आयेगी चेहरे पर मुस्कान छायेगी स्वस्थ भी अनुकूल होगा मन मे ईश्वरीय जुनून होगा जीवन की खुशियां पास होगी हर आस विश्वास होगी सदपरिवर्तन इसी से […]
जब हम छोटे थे अबोध थे निर्मल कोमल निर्लोभ थे तन – मन से निर्विकार थे सत्य ही हमारे उदगार थे किन्तु जब से बोध हुआ माया मोह भरपूर हुआ क्रोध अग्नि में जलने लगे ईर्ष्या द्वेष सब करने लगे अबोध से बोधता के सफर में सुधरने के बजाय बिगड़ने […]
जब उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की मौत का दुखद समाचार मिला,तभी मेरे पत्रकार मित्र आकाश नागर ने उनकी मौत को संदेह के दायरे में होने की आशंका जता दी थी।हालांकि उस समय मुझे भी यह आशंका थोड़ी अटपटी लगी […]
कड़े संघर्षो से मिली आजादी प्राणों की लगाई थी बाजी तिरंगे का भी मान बढ़ाया देश मे जमकर विकास कराया जहां सुई तक नही बनती थी वहां अंतरिक्ष तक विकास पहुंचाया जो मांग रहे है आज हिसाब वे सत्तर सालो तक दिखाई न दिए गुलामी में अंग्रेजो की खुशामन्द की […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।