छल,कपट,प्रपंच ,झूठ है सामाजिक अपराध इनसे जितना दूर रहो उतना जीवन हो शांत ईर्ष्या, द्वेष, प्रतिशोध भी जीवन के लिए अभिशाप पथभ्रष्ट बना देते निज को भुगतना पड़ता सन्ताप बुराई जो सभी छोड़कर सद्गुण अपनाते दिनरात उनका जीवन सुखमय रहे खुशियों की हो बरसात। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]

नफरत किसी से करो नही अन्याय से कभी डरो नही स्वयं प्यार बरसाना सीखो न्याय सभी से करना सीखो भेदभाव कभी करना नही सदभाव कभी छोड़ना नही चरित्र अपना बनाकर रखो सदाचरण अपनाकर रखो जीवन सदाचारी हो जाएगा समाज स्वतः सुधर जाएगा राष्ट्र आप पर अभिमान करेगा सारे जग में […]

अच्छे कर्म जिसने किए जीवन के पल सुखमय जिए तनाव कभी पास नही आता शांति प्रिय ही उनको भाता मुख पर तेज उन्ही के रहता राजी खुशी सदा वह रहता आत्म सन्तोष की कमी नही प्रभु आसक्ति नित बढ़ती नई सांसारिक द्रष्टा वह कहलाता मोह माया से दूर हो जाता […]

गलत अगर कहे कोई आपको ग्रहण उसको मत कीजिए दूसरे के द्वारा की गई गलती से अपनी स्तिथि मत बिगाड़िये गलत कहने वाला खुद गलत है मन मे उसके ही तो फितरत है स्तिथि भी उसी की खराब होगी मन की हालत भी अशांत होगी उसकी गलत बातो को अपने […]

सदा सच के साथ चलिए सच के रास्ते को ही पकड़िए यह मार्ग कठिन जरूर है बाधाएं भी इसमें भरपूर है समय इसमें अधिक लगता है इसपर चलना लोगो को खटकता है पर, आप हिम्मत नही हारिए बस,सत्य का ध्वज उठाए रखिए बेखोफ उसे लहराए रखिए सुखद सफलता  मिल जाएगी […]

डबल इंजन की सरकार में ठगा गया है उत्तराखंड मोदी सरकार के बजट में अरमान हो गए खंड खंड ग्रीन बोनस तक मिला नही पहाड़ पर रेल को बजट नही मां गंगा तक को भूल गए पर्यटक उद्योग की सुध नही पलायन रोकने की बात नही रोजगार का कोई उपहार […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।