बोलने में बहुत छोटा सा शब्द है
लेकिन माँ तुझमें ही तो सारा
ब्रह्माण्ड समाया है
मै क्या जानू राम कृष्ण
नानक या किसी ईश को
हर कोई ईश्वर तेरे अंदर ही
पहले रहा नन्हा जीव बनकर
फिर शिशु रूप में वो परमात्मा भी
तेरे द्वारा ही तो मेरे सामने आया है
जी चाहता है तुझ पर लिखूँ इतना
क़ि ये सारा नीला नीला अम्बर भी
माँ माँ माँ माँ माँ माँ माँ
बस माँ तेरे नाम से इस अम्बर को
भर जाऊ
सारे सागर के जल को बनाऊँ स्याही
और तीनों लोक में बस तुझको ही
रच जाऊ
लेकिन सामर्थ्य नही मुझमें इतनी माँ
क़ि तेरे लिए में शब्द में और सुंदर शब्द
ढूंढ सकूँ तुझसे है सृष्टि
तुझको शब्दों में कैसे लिख जाऊ
तेरा ऋण नही चुकेगा मुझसे इस
जन्म में चाहें में
कितने ही जतन कर जाऊ
माँ भगवन मिले न मिले मुझे
लेकिन हर जनम में तुझको पाऊ
स्वीटी गोस्वामी भार्गव
#स्वीटी गोस्वामी भार्गव
परिचय : स्वीटी गोस्वामी भार्गव का रिश्ता शहर आगरा(राज्य-उत्तर प्रदेश)से है। वर्तमान में यहीं निवासरत हैं। स्नातक तक शिक्षित श्रीमती भार्गव हिंदी अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। लिखना आपका शौक है।