है अनुपम हमारी, भारत भूमि महान ये,
विश्व में विकास का सर्वोत्तम उदाहरण ये।
पढ़–लिख करते हम वागीश्वरी का ध्यान हैं,
करना है ज्ञान का उपयोग, हमें अब मतदान है।
प्रतिनिधि चुनना, उचित सोच समझ के,
डोर राष्ट्र विकास की, होगी हाथ में उस के।
छोड कर लालच, किसी भी तरह का,
गुणगान हो केवल सच, ईमानदारी का।
मत भूलना, ग़लत बटन हाहाकार मचायेगा,
चक्की में पिस, हर वर्ग क्रंदन करता रह जायेगा।
मतदान का कार्य, महान सर्वोपरि है,
टाल दें इसे तो, ग़लती सबसे बड़ी है।
पाँच साल में एक बार, सही मतदान करना है,
भारत देश का विश्व में, परचम अब फहराना है।
#डॉ. सुनीता फड़नीस
इंदौर (म.प्र.)