कान्हा जी तुम आओ ना

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बाँके बिहारी आओ ना।
मुरली मनोहर आओ ना।
राधा के मोहन आओ ना।
त्रिलोक के स्वामी आओ ना।

देश भंवर में डोल रहा है
कलयुग चरम पे बोल रहा है
द्रोपदी खडी है चौराहे पर
चिर हरण तुम बचाओ ना।

बेटे मरे है सीमाओ पर
गाये कटी है सड़को पर
इन कालिया जैसे नागो का
संहार तुम कराओ ना।

कान्हा जी तुम आओ ना।
मिरा के गोविंद आओ ना।
गोकुल के दुलारे आओ ना।
नंद के लाला आओ ना।

हिन्दू मुस्लिम लड़ पडे है
रिस्ते – नाते टुट गये है
शकुनि जैसी इन चालो से
नैया को पार लगाओ ना।

नेता सारे ध्रतराष्ट्र बने है
सिंहासन भी मौन पडे है
हारे थके इन अर्जुनों को
गीता का ज्ञान सुनाओ ना।

माखन चोर आओ ना।
गिरधर मुरारी आओ ना।
मथुरा के राजा आओ ना।
देवकी नंदन आओ ना।

नर ही नर को मार रहा है
हर कोई भोहे तान रहा है
इन शिशुपालो की गलती पर
सुदर्शन चक्र चलाओ ना।

बूढ़ी माँ अब बोझ लगे है
बेटी गर्भ मे रोज मरे है
राहुल तुमसे विनती करे है
माँ भारती की लाज बचाओ ना।

श्रीनाथ जी तुम आओ ना।
साँवरिया जी आओ ना।
बैकुँठ निवासी आओ ना।
कृष्णा जी तुम आओ ना।

#राहुल सेठ”राही”
उदयपुर(राजस्थान)

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सविधान दिवस

Tue Nov 26 , 2019
बिक रहे हैं हर घड़ी, ये कैसा अभिमान है.. सविधान दिवस पर ही, सविंधान का अपमान है.. जनता ठगी थी, ठगी की ठगी ही रह गई… कहीं कुर्सी का मलाल, कहीं कुर्सी का अरमान है… # सचिन राणा “हीरो” हरिद्वार (उत्तराखंड) Post Views: 213

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।