आओ खेलें रंग गुलाल।
मन से त्यागें भरे मलाल।।
रंगों का त्योहार है आया।
हर दिल में है प्रेम जगाया।।
नहीं किसी से बैर रखेगे।
मन में हर दम धैर्य रखेगे।।
रंग बिरंगी सजी है टोली।
भरी उमंगों की ले झोली।।
सभी एक सम दिखते है।
रंग तराना सब लिखते है।।
होली यही सिखाती नीर।
हर दिल का समझो पीर।।
मन में टीस कभी न पालें।
बहके न मन स्वयं सम्भालें।।
खुशियों की ये होली आई।
आप सभी को सदा बधाई।।
*रंग भरे उमंग* ये पावन।
लगे कितना ये मन भावन।।
#नवीन कुमार भट्ट
परिचय :
पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट
उपनाम- “नीर”
वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही
जिला-उमरिया
राज्य- मध्यप्रदेश
विधा-हिंदी