सदी के सितारे डॉ देवेन्द्र जोशी की एक विशिष्ट कृति है। जिसमें देश के 23 विशिष्ट व्यक्तित्वों पर उनके आलेख समाहित हैं। इस पुस्तक में जिन विभूतियों पर डॉ जोशी ने कलम चलाई है वे कहीं न कहीं भारतीय जन मानस पर अपनी अमीट छाप छोड़ते हैं। डॉ जोशी की […]

पुस्तक समीक्षा  पुस्तक का नाम- साहित्य समिधा (पद्य – गद्य संग्रह)  मुख्य संपादक – श्रीमती ममता बनर्जी ‘मंजरी’ मुख्य वरिष्ठ संपादक – डॉ अवधेश कुमार ‘अवध’  प्रबंध संपादक –  डॉ अरुण कुमार ‘सज्जन’  सर संपादक – डॉ अनुज कुमार                     श्री […]

पुस्तक समीक्षा…… उर्दू पत्रकारिता की अहमियत से किसी भी सूरत में इंकार नहीं किया जा सकता. पत्रकारिता का इतिहास बहुत पुराना है. या यूं कहें कि जब से इंसानी नस्लों ने एक-दूसरे को समझना और जानना शुरू किया, तभी से पत्रकारिता की शुरुआत हो गई थी. उस वक़्त लोग एक-दूसरे से […]

डा प्रभात कुमार प्रभाकर नई नस्ल के हिन्दी के ऊर्जावान लेखक  हैं. इस बात का अंदाज़ा इसी से लग जाता है कि इस नये साल में ही अज्ञेय पर उनकी दूसरी और कुल चौथी पुस्तक है. अज्ञेय विचार और विमर्श डा प्रभात कुमार प्रभाकर, और डा सत्यदेव प्रसाद के सन्युक्त सम्पादन […]

 सहयोग प्रकाशन जमशेदपुर से प्रकाशित यात्रा वृत्तांत सफर श्रृंखला पुस्तक डॉ आशा श्रीवास्तव द्वारा लिखी गई बेहद रोचक, ज्ञानवर्धक एवं सारगर्भित हिंदी की रचना है l इस पुस्तक की भाषा इतनी सरल है कि विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे-छोटे छात्र भी पढ़ कर आसानी से समझ सकते हैं l इस […]

कृति:- ख़ामोश दर्द लेखक:- प्रमोद कुमार “हर्ष” संस्करण:- प्रथम 2019 पृष्ठ:-64 प्रकाशक:- वर्तमान अंकुर नोएडा, गौतमबुद्धनगर समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित’       प्रस्तुत कृति “खामोश दर्द” प्रमोद कुमार “हर्ष ” हिमाचल प्रदेश के युवा कवि की प्रथम कृति है जिसमें 11 कहानियाँ है और 41 काव्य रचनाएँ हैं। कृति […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।