लेके रंगों की फुहार, आया होली का त्योहार। दिल के झगड़े मिटाने , आया पावन ये त्योहार। लेके रंगों की………. रंगों की छाई है हर ओर बदली, खुशियों की रिमझिम करने को पगली। हाय सबके घर आँगन और द्वार, लाया खुशियाँ अपार। दिल के झगड़े मिटाने, आया पावन ये त्योहार। […]

बहुत कुछ मैंने तुम्हें आज दिलसे कह दिया। आप इसे दिल पर अपने मत लेना। नादान हूँ मैं बहुत इसलिए गलतियाँ कर देता हूँ।। गुजर गये दिन महीने और सालों साल। अब बस कुछ साल महीने या दिन ही मानो बाकी है। जो हँसते खेलते आपकी दुओ से निकल जायेंगे। […]

महभारत महकाव्य है,वेद व्यास का गान। एक लाख इश्लोक हैं,कहत हैं कवि मसान।। वेद व्यास ने ग्रंथ बनाया। महभारत जब नाम धराया।।१ एक लाख सब श्लोक रचाये। संत मुनी सबके मन भाये।।२ पर्व अठारह सकल कहानी। कौरव पांडव कथा बखानी।।३ आदि सभा आरण्य विराटा। करण उद्योग भीषम द्रोणा।।४ शल्य सौप्तिकआश्रम […]

स्वहित को भूलकर परहित रखिए ध्यान जीवन के हर मोड़ पर स्वयं को निमित्त जान करने वाला कोई ओर है फिर कैसा अभिमान हम तो केवल कठपुतली नचाता हमे भगवान झूठ फरेब किस काम के सिर पर चढ़ता पाप जब करनी का दंड मिले अकेला करे सन्ताप।#श्रीगोपाल नारसन Post Views: […]

जप ले प्रभु का नाम तू बन्दे , मत कर तू झूठा अभिमान बन्दे। झूठी है ये काया,झूठी है ये माया, मत कर तू इस पर गुबान बन्दे।। न कुछ लाया था,न कुछ ले जायेगा, मरने के बाद यही सब रह जायेगा। किसके लिए ये कुछ जोड़ रहा तू बन्दे, […]

होली को त्यौहार मानाने का हर का प्रदेश शहर और गाँवो अपना अपना तरीका है। आज मैं अपने शहर की होली का बारे में याद कर रहा हूँ। मध्यप्रदेश के बीना शहर में होली का त्यौहार मनाने का अपना अलग ही तरीका है। यहाँ पर वैसे तो पांचो दिन होली […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।