(जल हरण घनाक्षरी) जीवन की अंतिम सांसें गिनते हुए, किसी रोगी को हर मर्ज दवाई लगती हो तुम.. मेरे ख्वाबों-ख्याल की रानी कैसे बताऊँ तुम्हें, मुझे तो प्रेम की परछाई लगती हो तुम। बसंत की बहार,सावन की फुहार-सी हो, मंद-मंद बहती पुरवाई लगती हो तुम… तुमको मैंने क्या सोचा,और तुम […]
काव्यभाषा
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मध्यप्रदेश स्थापना दिवस विशेष देश का ह्रदय स्थल, मध्यप्रदेश। हर धर्म-जाति का यहां समावेश॥ शत्रु भी डरते हैं,करने से प्रवेश। ऊँकार जी,महाकाल हैं नरेश॥ प्राकृतिक सौंदर्य,सुंदर परिवेश। दर्शनीय स्थलों का गढ़ मध्यप्रदेश॥ पंचमढ़ी,खजुराहो,बावनगजा विशेष। उज्जैन,इंदौर प्रसिद्ध है देश-विदेश॥ मांडू,बाग गुफा का सुंदरतम परिवेश। भेड़ाघाट,गोम्मटगिरि चर्चित देश-विदेश॥ तानसेन की स्वर लहरी,लता […]
