पचपन में भी, बचपन का मन जिंदा रहना चाहिए। आसमान के हर कोने में, पंख सुनहरे सपनों वाला परिंदा रहना चाहिए॥ सौ सुनहरे तारों पर भी, आसमां में सबका मनहर चंदा रहना चाहिए। सागर की सौ लहरें फिर भी जीवन हर पल जिंदा रहना चाहिए॥ अल्हड़पन और मस्ती खातिर, दिल […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा
चिंतन-मनन कर पूर्ण विचार, तत्पश्चात प्रयोग कीजे अपना मताधिकार। आओ अशिक्षितों को भी अवगत कराएंं, मताधिकार का उचित प्रयोग बताएं। मँहगाई, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार पर करे जो नियंत्रण, उसे ही चुनकर बनाना है हमें जनतंत्र। अगर चुन लिया जो आपने गलत उम्मीदवार, फिर उससे उम्मीद रखना होगी बेकार। मानव अधिकारों का होता […]
