मेरी गुरु जिंदगी, उसी ने सिखाया मौन की कीमत, शब्द की सीरत उसी ने दिखाया, अंतर का भाव बाहर का भराव, उसी ने समझाया अपना कौन ? पराया कौन ? उसी ने चुने अंधेरे भी, उजाले भी और मैंने, एक आज्ञाकारी शिष्या बन मानी हर सीख। मुझे माँजा उसी ने, […]
काव्यभाषा
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