तन और मन की रहे स्वस्थता तो, जीवन भी सदा स्वस्थ बन जाता है । स्वास्थ्य सुख है सर्वोच्च जगत में, पहला सुख निरोगी काया कहलाता है। पुरातन संस्कृति ने सिखाया हमें, स्वस्थता सफलता की कुंजी है । विरासत में मिले हमें ध्यान योग, जीवन की सबसे […]
काव्यभाषा
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