किससे भय है मुझको,पापा! न आग से, न पानी से, न शेर से, न चीता से, न भूत से, न बेताल से, न किसी आपदा से, सबसे सामना कर लेते हैं हम। तुमने तो ही सिखाया है,पापा! कि मुश्किलों से डटकर मुकाबला करो । मैं करुँगी, और करती हूँ । […]
इन खुली फ़िज़ाओं में जो आज़ाद लहर बहती है वो चीख़-चीख कर हर एक से बस यही कहती है घर-बार, दौलत-शोहरत सब तो तुम्हें दे दिया है बस मेरी जगह ही तुम्हारे दिल क्यों नहीं रहती है जिन हाथों को सौपा था अपनी जिम्मेदारियों को वो हाथ आज तलक भी […]
बनना है तो सूर्य की तरह तेजवान और प्रकाशवान बनों जिस तरह सूर्य कभी किसी में भेद भाव नहीं रखता चाहे अमीर हो या ग़रीब वो सब को प्रकाशित करता है सबके प्रति होता सूर्य का समान भाव सभी को ऊर्जा देता समान वो बस तुम भी बनों सूर्य की […]
मेरे देश के युवा अब सही रास्तो को खो रहा है। देख के युवाओं की ये हालत,तिरंगा रो रहा है।। हर जगह देश का नक्शा अपने को एक भागती कन्या जैसा दिखा रहा है। ऐसे अपमान भरे नजारे देख देख कर तिरंगा हमारा शरमा रहा है।। लूट रही हर पल […]
कलमकार का फन कागज़ो पर उतर रहा। धीरे-धीरे सही सँवर लेखनी का स्तर रहा। लेखक के लिए लिखना रहा आसां कहाँ। हमेशा से ही समझिए इक नया भँवर रहा। सियासत भी प्रभावित करती रही कलम को। महानुभावो की प्रशंसा ही करना ज़बर रहा। नही स्वतन्त्र हर कलम ये बात जान […]
नारी जग को धारती, धरती का प्रतिरूप। पावन निर्मल सजल है,गंगा यमुन स्वरूप। गंगा यमुन स्वरूप, सभी को जीवन देती। होती चतुर सुजान,अभाव सभी सह लेती। कहे लाल कविराय, मनुज की है महतारी। बेटी .बहू समान , समझ लो दैवी नारी। . *2* नारी सभी घर लक्ष्मी ,घर दर पालनहार। भव […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।