वो देखो! सौरभ-सिक्त समीर संग लहराती बलखाती विहंग-कूलों के कलरव पर शंखनाद करती निशा के मोह-व्यूह को तोड़ती रश्मि-रथ पर आरूढ़ सुर्ख लाल जोड़े में सिन्दूरी आभा लिए पूरब से भोर आ रही है। #निशान्त कुमार अररिया, बिहार Post Views: 30

बेटी का जिस घर अवतार होता है  महकता है वो आँगन गुलजार होता है बन जाती है वो बहु किसी घर की  सर पर रखे आँचल संस्कार होता है पड़े दहलीज पर कदम उसके  मुस्काता खिला परिवार होता है समाज में मिलता है सम्मान भी उसको  खुशियों भरा मानो संसार […]

सुना है बड़े रंगरेज़ हो तुम कुछ भर उदासी तुम्हारी चौकठ पर रख आये हैं भर दो ना रंग इनमें। चढ़ा दो ना रंग अपने होठों की सुर्खियों का सफ़ेद !झक सफ़ेद पड़े चेहरे पर। आओ! आओ ना चुपके चुपके दबे पाँव भर लो अंक में मेरे शब्दों को मै […]

1.💫 जागरूक होकर करो,मतदाता मतदान। राजधर्म निर्वाह को, करिये ये शुभदान।। 2.💫 सब कामों को छोड़कर,करना है यह काम। एक दिवस मतदान का,बाकी दिन आराम।। 3.💫 सही करो मतदान तो, हो उत्तम सरकार। मन का प्रत्याशी चुनो,मत दे कर हर बार।। 4.💫 डरो नहीं, झिझको नहीं, रहे प्रशासन संग। अच्छा […]

जगदम्बे माता की हम वन्दना करते  हैं हम अर्चना करते  हैं आराधना करते  हैं । तू सबकी  दुलारी मां भक्तो की प्यारी मां तू जग की  जननी  है  कष्टों की  हरणी है तेरे  आशीषों से हम पुलकित  होते  हैं । नादान तेरे बच्चे  पर मन के  हम   सच्चे हम भोले- […]

नवरात्रि का आया प्यारा पावन त्यौहार, आओ पूजे माँ के नो रूपो को बारंबार, माँ दुर्गे को जिस द्वितीय रूप पूजा जाता है, वो रूप माँ का ब्रह्मचारिणी कहलाता है, सर्वव्याप्त है,सर्वश्रेष्ठ है,ना आदि और ना अंत है, माता रानी को कोई भी किसी सीमा में बांध ना पाया, इसलिए […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।