नौ दिन का शक्ति पर्व है,  भक्ति रस का पान करें । ध्यान साधना में जुट जाएं,    माता का गुणगान करें ।। जलाकर अलख़ विश्वास की,     मन का स्वयं उद्धार करें । पायें विजय इन्द्रियों पर अपनी,     बुराईयों का स्वयं संहार करें ।। उत्सव को […]

अपराध किसने किया ? एक अपराधी ने  गुबार राज्य पर क्यों ? द्वेष धर्म से क्यों ? दिशा से बैर का क्या कारण ? आगजनी ,हड़ताल ,मारपीट ,तालाबंदी किस लंका की उपज है ? लंकेश कौन है ? शुरुआत करने वाला आम आदमी नहीं होता  क्योंकि वह आम है उसे […]

है,प्रित जहाँ की मैं बात वहाँ का करता हूँ,  हिन्दुस्तान  का रहने वाला हूँ हिन्दी में बात करता हूँ । लोग मुझे जो  कहे  प्रवाह नही मुझे कुछ और नही,बस हिन्दी में , बात करना आता है । अंग्रेजी,चीनी,रुसी,है बिदेशी इनकी  बात मैं क्यो करु हमारी प्रिय भाषा है,हिन्दी मैं […]

कोई बुरे शब्द जो बोले उस पर ध्यान देना नहीं स्तिथि गर बिगाड़ना चाहे उसके बहकावे में आना नहीं शांत चित्त गर बने रहे यही विजय का आधार होगा परमात्म चिंतन करते रहो इससे सुख अपार होगा वयर्थ से जितना बचोगे उतने स्थिर मन बन जाओगे जीवन सरल हो जाएगा […]

1. मत की ताकत है बड़ी,समझ लेय मन माय। एक  वोट  से  हार  हो , उनसे  पूछो  जाय।। 2. ईंट एक से एक जुड़,बने महल आकार। एक एक मत से बने ,प्रजातंत्र सरकार।। 3. भावुकता में मत करो ,कभी यार मतदान। बिना विचारे फैसला ,होती खुद  की हान।। 4. उंगली […]

सारी सर्दी  तुमने सहा है सिर उठाकर खिल खिलाकर और गर्मी  भी सह गए जेठमास की,उफ़ तक न की और पूरी बरसात खड़े खड़े भीगकर विता दी तूफानी हवाओ से टकराये और तुम्हारा कुछ न बिगड़ा लेकिन न जाने क्यों तुम्हे आदमी ने काटकर  जमीन पर पटक दिया झौंर बौर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।