/////1///// क्या प्रकृति के ही उद्गार को मोड़ लें तुम कहो तो विरक्ति से मन जोड़ लें निर्वसन होके तुम यूँ ही फिरती रहो और हमसे कहो के नयन फोड़ लें /////2///// आचरण भीग कर पूरा          नम हो गया जिसको सुतली था समझा वो बम हो […]

प्रभॉशु इस दीवाली किसी घर के चौखट पर अधेरा न रहें किसी घर का कुलदीपक न बुझे किसी घर के दरवाजे पर एम्बुलेंस न हो किसी घर के चूल्हे में अंधेरा न हो इस दीवाली किसी अस्पताल के आई.सी.यू में कोई मरीज तड़पते हुए बाहर न आये हे ईश्वर इस […]

माँ देवी अष्टमी पर्व मनाओ नन्ही मुन्नी कन्याओ को जिमाओ उन्हें अच्छे पकवान खिलाओ व्रत तुम्हारा सफल हो जाएगा मन वांछित फल मिल जाएगा क्या वास्तव में ऐसा हो पायेगा? पहले कन्या भ्रूण हत्या रोकिए बेटी को पैदा तो होने दीजिए बेटी को बेटा समान मानिए बेटी पढ़ाइये उसका कैरियर […]

नवरात्र अष्टम स्वरूप माँ महागौरी …….. महामाया,गौरवर्ण लिए मुख पर कांति महागौरी शीतल मन सकल हैं, शांति अष्टम रुप महागौरी । चतुर्भुजा,वृषभ सवारी आलौकिक सिद्धि शक्ति श्रीफल का नैवेद्य प्रिय देती सुफल माँ महागौरी ।। दुष्टों को दंड देने रौद्र रुप में दंडार्थ देवी भ्रामरी भक्त वत्सला है,ममता सलिला हैं […]

अल्फाजो का अपना मोल अनोखा है,  पन्नो पर है बिन बोले,पर इनका बिन  बोले भी दूसरे पर प्रहार करने का सच में अंदाज अनोखा है।  अल्फाज जो कुछ समझाना चाहते है किसी को,इनका उन्हें खुद को समझाने का अंदाज अनोखा है,बिन बोले ये नस्तर सा चुभे लोगो को,सचमुच इनका अंदाज […]

नवदुर्गा के साथ ही घर घर पूजी जाती सांझी कच्ची मिट्टी से तैयार कर दीवार पर सजाई जाती सांझी चाँद ,तारे,सूरज के साथ शेर की सवारी करती सांझी नो दिनों तक सांझ सवेरे पूजा में गाई जाती सांझी सांझी की लोक कथा है न्यारी लोक गीतों में गाई जाती सारी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।