जीवन चक्र हर पल चल रहा है अपनी ही चाल। इसपर ना फर्क पड़े चाहे हो किसी का बुरा हाल।। अपनी चाल पर ये सब लोगो को नाच नचाता है। कोई कितना भी कुछ भी कर ले ये ना रुक पाता है।। जीवन चक्र है ये जीवन के बाद भी […]
सबसे न्यारा, प्यारा- सा हमारा बचपन कहते जाकर कभी नही आता बचपन। पर मैंने देखा पापा,मम्मी,दादा-दादी को यह फिर आ जाता , जब बीतता पचपन ।। ईष्या-द्वेष, बैर-संघर्ष में नही मिले बचपन बडप्पन में सब इंसान डूबे , भूलें बचपन । बचपन की एक सीख बदल देती जीवन यही सीख […]
अन्नदाता का पर्व है गोवर्धन पूजा महान किसानी संग मवेशी पूजे बरकत दे भगवान गोवर्धन पर्वत सा आश्रय मिले सहायता करें द्वारकानाथ हर फसल पर्याप्त हो दूध मिले अमृत समान कर्जदार किसान न हो फसल उसकी बर्बाद न हो ऐसा योग लगे खेती पर अन्न गुणों की खान हो। #गोपाल […]
कुछ जीवन के लम्हे लिखे,कुछ जीवन के लम्हे खो गए। चंद बाते पन्नो पर लिखी , चंद मन के कोनो में खो गयी।। वो जो लम्हे कहीं खो गए है,बस वही तो जीवन था। बेशक उन लम्हो में धोखा था,पर धोखा उजागर तो ना था।। वो बीते लम्हो में जो […]
स्टेचू ऑफ यूनिटी के पीछे छुपा हुआ एक मोटा सा चूहा बार बार आता है और भारत के नक्शे को कुतर कर चला जाता है गांधी की तश्वीर के पीछे की छिपी छिपकली भी अब मगरमच्छ हो गई है। कीट पतंगे खाने वाली अब तो पूरा आदमी खा जाती है […]
मैं लोगों से अक्सर सुनता हूँ कि जातीय बंधन ढीले हो गए लेकिन मेरे शहर में जातियों ने हर चौंक पर कर लिया कब्जा हर धर्मशाला में कर लिया अपना निवास हर मुहल्ले को दे दिया अपना नाम जाति आधारित संस्थाएं संघर्षरत हैं अपना दबदबा कायम रखने के लिए मुझे […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।