धर्म स्थान कोई भी हो हो सबका सम्मान धर्म निरपेक्ष संविधान का पुरजोर रखिये ध्यान सब धर्म सीखाते आपस मे भाईचारा सबका परमात्मा एक है नाम भले हो न्यारा न्यारा कोई ज्योति बिंदू कहे कोई नूर ए इलाही लाइट ऑफ गॉड यही सतनाम भी है प्यारा प्यारा। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल […]

चुन्नू मुन्नू खेल रहे हैं पिछवाड़े की बाड़ी में। चुन्नू केवल कच्छे में है मुन्नू बस बनियायी में, भिगही कंडी सुलग रही है अंगना धरी नियाई में घर-घर गैस कनेक्शन वाला उड़ा पोस्टर झाड़ी में ………. दादी बाटी बना रही हैं चटनी पीस रही अम्मा दादू पगड़ी बांध रहे हैं […]

दारू लेके आया बन्दे , वोट लेके जायेगा । दो दिन की हाथाजोड़ी , फिर वही झमेला ।। वो नही रहे नेता , जो देश का विकास कराते थे । अब तो सारे नेता , अपने घरबार बनाते है ।। डर गयी है जनता सारी , और निर्भय हुए नेता […]

“मैं सोचती हूं,, सो गये हैं भाव सारे और जिम्मेदारियाँ भी सो गया परिवार।। घुप्प सन्नाटे भरे इस मौन में,, कुछ पल जरा सो लूं, कुछ स्वप्न मैं बुन लूं, हाँ मगर था जग रहा कुछ अनकहा मेरे हृदय में,, मैं जिसे समझी थी ठंडी बर्फ़ है बस।। वो पिघलती […]

मैं उसके दिल में रहा,पर उसका हो न सका किराए पे रह कर भी तो सदी गुजरती है हर दिए से रोशनी आए ये कोई शर्त तो नहीं पहाड़ों से छिटक कर भी रोशनी बिखरती है आईना ही आखिरी मुंतजिर नहीं हुश्न का धूल और मिट्टी में भी मूर्तियाँ सँवरती […]

हर सजा हुआ चेहरा गुलाब, सा नहीं होता। हर धड़कता हुआ दिल लाजबाब, सा नही होता। कहते है प्यार करने वाले दिल की धडकनों में टीस उठती है जब कभी कोई दवा भी दिदार सा नही होता हर सजा हुआ चेहरा गुलाब सा नहीं होता हर धड़कता हुआ दिल लाजबाब, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।